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उपलानी ग्राम सभा में विभिन्न विषयों पर संवाद का आयोजन
असंध । देश के संचालन में जो महत्व संसद का है वही महत्व गांव के लिए ग्राम सभा का है। ग्रामसभा गांव की संसद है, सरपंच गाँव का प्रधानमंत्री और पंचायत मंत्रिमंडल की भांति है। सक्रिय ग्रामसभा गांव की तस्वीर बदल सकती है। उपलानी गांव में आयोजित ग्राम सभा में बतौर मुख्य अतिथि पधारे हरियाणा ग्रंथ अकादमी के उपाध्यक्ष और प्रदेश भाजपा प्रवक्ता डॉ वीरेंद्र सिंह चौहान ने यह टिप्पणी की।
विभिन्न महिला स्वयंसेवी समूह को संबोधित करते हुए डॉ चौहान ने आत्मनिर्भर भारत में आत्मनिर्भर महिलाओं की भूमिका पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि महिलाओं के भीतर छिपी उद्यमिता गांव के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकती है । भारत सरकार महिला स्वयंसेवी संगठनों के माध्यम से गांव आधारित अर्थ तंत्र के विकास और महिला सशक्तिकरण के प्रति कृत संकल्प है तथा विभिन्न योजनाओं व अनुदान के माध्यम से इस कार्य को कर रही है।
भाजपा जिला सचिव गुरबख़्शीश सिंह लाडी ने ग्रामवासियों से कहा कि ग्राम विकास को लेकर सरकार अनेक उपयोगी और बेहतरीन योजनाएं चला रही है हम सबका दायित्व है कि उन योजनाओं को जानें, समझें का क्रियान्वन अपनी ग्राम सभा के माध्यम से अपने गाँव में करवाएं।
खंड कृषि अधिकारी डॉ राधेश्याम ने पराली प्रबंधन को प्रत्येक गांव और प्रत्येक किसान के लिए आवश्यक बताया। उन्होंने कहा कि उचित पराली प्रबंधन गांव की जलवायु, भूमि की उत्पादकता और आर्थिक लाभ तीनों में सहयोगी है सरकार द्वारा पराली के गट्ठर तैयार करने पर हजार रुपए प्रति एकड़ का अनुदान भी दिया जा रहा है।
पंचायत सेक्रेट्री प्रेम ने ग्राम वासियों से जल के उचित प्रबंधन को लेकर अनेक तकनीक एवं तथ्य साझा किए। उन्होंने कहा कि भूजल स्तर को उच्च रखने के लिए आवश्यक है कि हम जल प्रबंधन की ओर विशेष ध्यान दें। अगर अब भी हमने ऐसा नहीं किया तो आने वाली पीढ़ी के सामने गिरते जलस्तर के कारण विषम परिस्थितियां पैदा हो जाएंगी।
ग्राम सभा द्वारा आयोजित इस संवाद कार्यक्रम में ग्राम वासियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और विभिन्न चर्चाओं के माध्यम से गांव के विकास के लिए आवश्यक अनेक जानकारियां प्राप्त की। इस अवसर पर ग्राम सचिव रजनीश, , पूर्व सरपंच सुरेंद्र उपलानी, बी. डी. ओ. सहायक सुरेंदर उपस्थित रहे।