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रेडियो ग्रामोदय और युनिसेफ़ के कोविड रोधी जागरूकता अभियान के अंतर्गत हरियाणा ग्रंथ अकादमी उपाध्यक्ष ने जलमाना में विद्यार्थियों से किया संवाद
असंध । कोरोना अब भी गया नहीं है। इसकी तीसरी लहर का खतरा अब भी बरकरार है। कोरोना से बचने के लिए कोविड अनुकूल व्यवहार आवश्यक है। फेस मास्क कोरोना से बचने के सबसे प्रभावशाली तरीकों में से एक है। इसलिए, मास्क को सही तरीके से लगाया जाना चाहिए। मास्क को गलत तरीके से लगाने या लगाने के बाद भी नाक को अच्छी तरह न ढकने से मास्क लगाने का उद्देश्य पूरा नहीं हो पाता। यह टिप्पणी हरियाणा ग्रंथ अकादमी के उपाध्यक्ष एवं भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान ने जलमाना में कोविड जागरूकता को लेकर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान की। वह स्कूली छात्रों व स्टाफ से रेडियो ग्रामोदय और युनिसेफ़ कोविड रोधी जागरूकता अभियान के अंतर्गत कोविड अनुकूल व्यवहार के सिलसिले में बातचीत कर रहे थे।
डॉ. चौहान ने कहा कि कोई भी कोरोना संक्रमित व्यक्ति जब बोलता या खांसता है, तो हवा में असंख्य विषाणु तैरने लगते हैं जो सामने वाले व्यक्ति के शरीर में नाक, मुंह और आंखों के जरिए प्रवेश कर जाते हैं। यदि आपने फेस मास्क नहीं पहना है, तो आप आसानी से संक्रमित हो सकते हैं। मास्क संक्रमण के खतरे को काफी कम करता है। उन्होंने कहा कि मास्क को लगाने के बाद उसे सही तरीके से उतारना भी उतना ही जरूरी है। मास्क के अगले हिस्से को बार-बार छूना खतरनाक साबित हो सकता है। कोरोना के विषाणु हाथ के जरिए भी शरीर में प्रवेश कर सकते हैं। इसलिए, हाथों को बार-बार धोते रहना और सैनिटाइज करना भी बहुत जरूरी है। सार्वजनिक स्थलों पर बिना मास्क लगाए कदापि नहीं जाना चाहिए।
संस्कृति मॉडल प्राइमरी विद्यालय के प्रधानाचार्य महिंदर सिंह ने डॉ. चौहान ने कोविड अनुकूल व्यवहार को सभी के लिए आवश्यक बताया और कहा कि शिक्षकों को अपने व्यवहार से विद्यार्थियों और अभिवावकों के समक्ष उदाहरण प्रस्तुत करना होगा जिससे विद्यार्थी खुद तो मास्क लगाएं ही, दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें। कोविड अनुकूल व्यवहार न करने वाले लोगों को टोकना भी चाहिए। इसी में सबका बचाव है। रेडियो ग्रामोदय और युनिसेफ़ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में विद्यालय के अन्य शिक्षक सुरेन्द्र पाल, सरिता, सुमन, गुरजीत कौर, कंचन, जसबीर सिंह, नरेंदर सिंह सुभाष चंद, चरण सिंह और वीरेंदर सिंह आदि ने भी कोविड अनुकूल व्यवहार पर विचार रखे और टीकाकरण हेतु सबका आह्वान किया ।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य डॉ. विक्रम चौहान ने कोरोना से न डरने का सन्देश दिया और कहा कि कोविड अनुकूल व्यवहार को अपनाकर ही कोरोना के भय को कम किया जा सकता है । उन्होंने कोविड अनुकूल व्यवहार को लोगों को समझाने में युवाओं के योगदान पर विशेष जोर दिया और समाज में कोविड अनुकूल व्यवहार के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए अपने विद्यालय के छात्रों की सक्रियता की प्रशंसा की ।
इस अवसर पर विद्यालय के अमन, शुभम, अंकुश, भगत सिंह, गौरव, राहुल, अमरपाल, राहुल राठी, रोहित, रिंकू, अमन और सन्नी आदि विभिन्न विद्यार्थियों ने भी कोविड अनुकूल व्यवहार के प्रति यंग वारियर्स के रूप में अपने विचार रखे ।